पारो और चारो!

उस रात, बरसात जैसे रुकने का नाम ही नहीं ले रही थी। बिन मौसम के इस बरसात ने, रात की ठंडक को और बढ़ा दिया था। नवम्बर में भी कोई बरसात होती है?! दिवाली गुज़रे अभी एक सप्ताह भी नहीं हुआ था, की इस एकाएक अनपेक्षित बरसात ने सबको ठंड से कुड़कुड़ाने को मजबूर कर…